ये प्यार नहीं !!

खयाल तो है लेकिन कोई खयाल नहीं।
ज़िंदगी का, तेरे बिन लगता कोई आधार नहीं।
हां लम्हे है,
लेकिन लम्हों का कोई कारोबार नहीं।
तुम चले जाओगे, तुम नहीं आओगे ?
ये डर ही तो है, मगर मुझे स्वीकार नहीं।
देख, याद रहेंगी मुझे तेरी हर बातें।
लेकिन बातों में बीता दूंगा सारी रातें,
रातों को मुझ पे ऐसा ऐतबार नहीं।
दिल है मेरा तुझ पे बसा, तुझ पर टिका !
लेकिन बात यही है कि ये प्यार नहीं।।

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